कर्कट

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

कर्कट संज्ञा पुं॰ [सं॰] [स्त्रीं॰ कर्कटी, कर्कटी] १ कैकडा ।

२. कर्क राशि ।

३. एक प्रकार का सारस । करकरा । करकरिया ।

४. लौकी । घीआ ।

५. कमल की मोटी जड़ । भसीड़ । तराज की डंडी का मुड़ा हुआ सिरा जिसमें पलड़े की रस्सी बंधी रहती है ।

७. सँड़सा ।

८. वुत्त की त्रिज्या ।

९. नृत्य में तेरह प्रकार के हस्तकों में से एक । विशेष—दोनों हाथ की उँगलियाँ बाहर भीतर मिलाकर कड़काते हैं । यह क्रिया आलस्य या शंख बजाने का भाव दिखाने के लिये की जाती है ।