कर्केतन

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

कर्केतन संज्ञा पुं॰ [सं॰] एक रत्न या बहुमुल्य पत्थर । जमुर्रद । विशेष—कर्कतन या जमुर्रद हरे या नीले रंग का होता है । अच्छा जमुर्रद दुब के रंग का और बिना सुत का स्वच्छ होता है । जमुर्रद से बिल्लौर कट जाता है । जमुर्रद को काटने के लिये नीलम और मानिक की आवश्यकता होती है । इसकी घिसने से इसमें से एक प्रकार की चमक निकलती है । दक्षिण भारत में कोयमबटुर के पास इसकी खान है । यह और जगह भी नीलम और पन्ने के साथ मिलता है । भारतवर्ष के अतिरिक्त सिंहल, उत्तार अमेरिका, मिस्त्र, रुप (युराल पर्वत), ब्राजिल आदि स्थानों में भी यह होता है । जिस कर्कतन में सुत होना है अर्थात् जो बहुत स्वच्छ नहीं होता और मटमैले रंग का होता है, उसे लसुनिया कहते हैं ।