कलरव

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

कलरव संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. मधुर शब्द । कोमल या मंद मधुर ध्वनि । उ॰—रजनी की लाज समेंटो तो कलरव से उठकर भेटो तो ।— कहर, पृ॰ २२ ।

२. कोकिल ।

३. कबूतर ।

४. चिड़ियों के चहकने की आवाज (को॰) ।