कलानाथ संज्ञा पुं॰ [सं॰] १. चंद्रमा । उ॰—यह लघु लहरों का विकास है कलानाथ जिसमें खिंच आता । —रस॰ पृ॰ ३४१ । २. एक गंर्धव का नाम जिसने संगीताचार्य सोमेश्वर से संगीत सीखा था ।