कलोल

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

कलोल संज्ञा पुं॰ [सं॰ कल्लोल] आमोद प्रमोद । क्रीड़ा । केलि । उ॰—(क) विचित्र बिहँग अलि जलज ज्यौं सुखमा सर करत कलोल ।—तुलसी (शब्द॰) । (ख) मिलि नाचत करत कलोल छिरकत हरद दही । मानो वर्षत भादों मास नदी घृत दूध बही ।—सूर (शब्द॰) । क्रि॰ प्र॰—करना ।—मचाना ।