कविराज संज्ञा पुं॰ [सं॰] १. श्रेष्ठ कवि । उ॰—इतमें हम महाराज हैं उतै आप कविराज । —अकबरी॰, पृ॰ १२९ । २. भाट । ३. बंगाली वैद्यों की उपाधि ।