कहूँ
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]कहूँ पु क्रि॰ वि॰ [सं॰कुह] किसी स्थान पर । कहीं । उ॰—कहा लड़ैंते दृग करे परे बाल बेहाल । कहुँ मुरली कहुँ पीत पट कहुँ मुकुट बनमाल ।—बिहारी (शब्द॰) ।
कहूँ पु प्रत्य॰ [हिं॰] दे॰ 'को' । उ॰—तजि जाय सकै कब नंदलाल । हम सबन कहूँ वह तीन काल ।—प्रेमघन॰, भा॰१, पृ॰ ९८ ।