काँचली
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
काँचली पु संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ कञ्चुलिका = आवरण]
१. साँप की केचुली । उ॰ — बल, बक, हीरा, केवरा, कौडा़ करका , काँस । उरग काँचली, कमल, हिम, सिकवा, भस्म, कपास ।— के शव (शब्द॰) ।
२. कंचुकी । चोली । उ॰ — रतन जडि़त की काँचली औ कसी कंचूवउ षरउ हो सुमीड़ । — बि॰ रासो, पृ . ६६ ।