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काँपना

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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काँपना क्रि॰ स॰ [सं॰ कम्पन]

१. हिलना । थरथराना । उ॰— खन खन जोहि चीर सिर गहा । काँपत बीजु दुहूँ दिसि रहा । — जायसी (शब्द॰) ।

२. डर से काँपना । थर्राना । उ॰ — डोलइ गगन इँदर डरि काँपा । बासुकि जाइ पतारहि चाँहा । — जायसी (शब्द॰) ।

३. डरना । भयभीत होना । संयो॰ क्रि॰ — उठना । — जाना ।