कात संज्ञा पुं॰ [सं॰ कर्तन, प्रा॰ कत्तन] १. एक प्रकार की कैंची जिससे गडेरिये भेड़ों के बाल कतरते हैं । २. मुर्गे के पैर का काँटा ।