कातना
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]कातना क्रि॰ स॰ [सं॰ कर्तन, प्रा॰ कत्तन]
१. रूई से सूत बनाना । रूई को ऐंठ या बटकर तागा बनाना । उ॰—बहू सास को कहि समुझावै तुँ मेरै ढिंग बैठी काती ।—सुंदर ग्रं॰,भा॰ २, पृ॰ ५४५ ।
२. ढेरा से सन या मूंज आदि का रस्सी बनाना । मुहा॰—महीन कातना = बहुत कुशलता से गढ गढकर बातें करना ।