काया
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]काया संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ काय] शरीर । तन । देह । उ॰—राग को न साज न विराग जोग जिय काया नहिं छाँड़ि देति ठाठिबो कुठाठ को ।—तुलसी (शब्द॰) । यौ॰—कायाकल्प । कायापलट । मुहा॰—काया पलट जाना = रूपांतर हो जाना । और से और हो जाना । जैसे, —इतने दिनों में इस मकान की सारी काया पलट गई । काया पलट देना = रूपांतर करना । और से और कर देना ।