कारन

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

कारन ^१पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ कारण] दे॰ 'कारण' ।

कारन ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰ कारुण्य या कारणा]

१. रोना का आर्त स्वर । कूक । कारुण स्वर ।

२. व्यथा । दुख । पीड़ा । उ॰ — नागमती कारन कै रोई । — जायसी ग्रं॰, पृ॰ १५६ । क्रि॰ प्र॰ — करना । करके रोना ।