कार्पास

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

कार्पास संज्ञा पुं॰ [सं॰] [स्त्री॰ कार्पासी]

१. कपास का बना कपड़ा ।

२. कपास । उ॰—व्यापी है जिसमें विभा वलय सी नीलाभ श्वेत प्रभा । होते है सित मेघखड जिसमें कार्पास के पुंज से । सर्पाकार नितांत दिव्य जिसमे नीहारिकाएँ मिलीं । फैला है यह क्या पयोधि पय सा सर्वत्र आकाश में ।— पारिजात, पृ॰ ३० ।

३. कागज (को॰) । या॰—कार्पासास्थि = कपास का बाज ।

कार्पास ^२ वि॰ कपास का । कपास का बना । कपास संबंधी (को॰) ।