काह

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

काह पु ^१ क्रि॰ वि॰ [हिं॰] क्या? कौन वस्तु? उ॰—का सुनाय विधि काह सुनावा । का दिखाइ चह काह दिखावा ।— तुलसी (शब्द॰) ।

काह ^२ संज्ञा स्त्री॰ [फा॰] तृण । घास । उ॰—दो मुँह से चरता है दाना व काह । व लेकिन नहीं लीद करने को राह ।— दक्खिनी, पृ॰ ३०२ ।