किम्पुरुष

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

किंपुरुष संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. किन्नर ।

२. दोगला । वर्णसंकर । नीच । हिंदू शास्त्रों के अनुसार जंबू द्वीप के नौ खंडी में से एक खंड । विशेष—यह हिमालय और हेमकूट के मध्य में माना गया है ।

४. अग्नीध्र के नौ पुत्रों मे से एक पुत्र का नाम, जो किंपुरुषखंड का राजा था ।

५. प्राचीन काल की एक मनुष्य जाति । विशेष—रामायण में लिखा है कि किंपुरुष लोग जंगल, पहाड़ों में झोपड़े बनाकर रहते थे और फल, पत्ते खाकर निर्वाह करते थे ।