किरच

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

किरच संज्ञा स्त्री॰ [प्रा॰ किलिच]

१. एक प्रकार की सीधी तलवार जो नोक के बल सीधी भोंकी जाती है ।

२. नुकीला टुकड़ा (जैसे काँच आदि का) । नुकीला रवा । छोटा नुकीला टुकड़ा उ॰—(क) काँच किरच बदले शठ लेहीं । कर ते डारि परस मणि देहीं ।—तुलसी (शब्द॰) । (ख) लग्गे सु टोप उड्डिय किरच ।—पृ॰ रा॰, ७ ।१५७ ।