किह
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
किह पु ^१ सर्व॰ [सं॰ क:] कोई । उ॰—दुज खत्रि बेस सुद्रहु वरन तजै न किह तक्कत नयन । बीसल नारद रह भय अकलि लह न कहु निस दिं ।—पृ॰ चयन रा॰, १ ।४१३ ।
किह पु ^२ अव्य॰ [आ कहँ—कुहिं॰, कहो] दे॰ 'कहौ' । उ॰— ते देखी तिण पूछियउ, कुण ए राजकुमारि । किह पीहर किह सासरउ, विगत—इ कहइ विचारि ।—ढोला॰, दु॰ ८९ ।