कीच संज्ञा पुं॰ [सं॰ कच्छ] कीचड़ । कर्दम । पंक । उ॰—(क) गगन चढ़ै रज पवन प्रसंगा । कीचहिं मिलै नीच जल संगा । तुलसी (शब्द॰) । (ख) पाथर डारे कीच में, उछरि बिगारे अंग ।—(शब्द॰) ।