कुज

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

कुज वि॰ [मंगल के समान] लाल रंग का । लाला । उ॰—(क) फहरी अनंत सोहैं धुजा । सित स्याम रंग कीति कुजा ।— सूदन (शब्द॰) । (ख) बहु स्याम धुजा बहुरंग कुजा ।— सूदन (शब्द॰) ।

कुज ^३ क्रि॰ वि॰ [फा॰ कुजा = कहाँ, क्यों] कहाँ । किस जगह । उ॰—कुज रौला पाया अलमां कुज कागजां पाया भल्ल ।— संतवाणी॰, भा॰१, पृ॰ १५१ ।

कुज ^४ पु † वि॰ [हिं॰ कुछ] दे॰ 'कुछ' । उ॰—वहां कुजऐतबार सिफत का नहीं सिबाए एकानियत के ।—दक्खिनी॰, पृ॰ ४४२ । यौ॰—कुजकोई = हर एक । प्रत्येक । जो चाहे । उ॰—कुजकोई चुंबन करे गनका हंदो गाल । कुजकोई खांवण करै मावड़ि- यारो माल ।—बांकी॰ ग्रं॰, भा॰ २, पृ॰ १५ ।