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कुरना

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

कुरना पु † क्रि॰ अ॰ [हिं॰ कूरा = ढेर]

१. ढेंर लगना । कूरा लगना । उ॰—(क) वैभव विभव ब्रह्मानंद की अपार धार कोशल की कोश एकवार ही कुरे परी ।—रघुराज (शब्द॰) । (ख) पारावार, पूरन, अपार परब्रह्म राशि, जसुदा की कोरें एकबार ही कुरै परी ।—देव (शब्द॰) । संयो॰ क्रि॰—जाना ।—पड़ना ।

२. दे॰ 'कुरलना' । उ॰—सारो सुआ जो रहचह करहीं । कुरहि परेवा औ करबरहीं ।—जायसी (शब्द॰) ।