कुलुफ
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]कुलुफ संज्ञा पुं॰ [अ॰ कुफल] —ताला । उ॰—(क) नैना न रहैं री मेरे हटके । कछु पढ़ि दिये सखी यहि ढोटा घूँघरवारे लटकै । कज्जल कुलुफ मेलि मंदिर में पलक सँदूक पट अटकैं ।—सूर (शब्द॰) । (ख) जुलुक मैं कुलुक करी है मति मेरी छलि एरी अलि कहा करो कल ना परति है ।—दीन ग्रं॰, पृ॰ १० ।