कुल्ली
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
कुल्ली ^१ संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ कुल्ला]
१. मुँह को साफ करने के लिये उसमें पानी लेकर और इधर उधर हिलाकर फेंकने की क्रिया । क्रि॰ प्र॰— करना ।—होना ।
२. उतना पानी जितना एक बार मुँह में लिया जाय ।
कुल्ली ^२ संज्ञा स्त्री॰ [फा॰ काकुल, मि॰ सं॰ कुन्तल] बाल । जुल्क । पट्टा । उ॰—विश्वामित्र ने आकर उस यज्ञ की रक्षा के लिये कुल्लियोंवाला राम माँगा ।—लक्षमणसिंह (शब्द॰) ।