केयूर संज्ञा पुं॰ [सं॰] १. बाँह में पहनने का एक आभूषण । बिजायठ । बजुल्ला । अंगद । बहुँठा । भुजबंद । भुजभूषण । उ॰—कोऊ विशाल मृणाल के केयूर वलय बनावते ।— प्रेमघन॰, पृ॰ ११३ । २. एक प्रकार का रतिबंध (को॰) ।