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कैथ

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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कैथ संज्ञा संज्ञा पुं॰ [सं॰ कापित्थ, प्रा॰ कइत्थ] एक कँटीला पेड़ जो बेल के पेड़ के समान होता है और जिसमें बेल के आकार के फल लगते है । विशेष—इसकी पत्तियाँ छोटी, जड़ की ओर लंबोतरी और आगे की और गोल होती हैं और एक सीके में लगी रहती हैं । फल खाने में कसैला और खटमिट्ठा होता है और उससे चटनी तथा अचार बनाते है । लोग कहते है, हाथी पूरा कैथ बिना चबाए निगल जाता है और कुछ समय बाद उसकी लीद के साथ पूरा कैथ निकलता है, जिसमें गूदे के स्थान में लीद भरी होती है । इसीलिये संस्कृतवालों ने एक 'गजकपित्य' न्याय बना रखा है । इसकी लकड़ी जरदी लिए सफेद और मदबूत होती है और सगहे बनाने के काम में आती है । पर्या॰— कर्पित्थ । दघित्थ । ग्राही । मनमथ । दधिफल । पुष्पफल । दंतशाठ । कगित्थ । मालूर । मंगल्य । नील मल्लिका । ग्राहि- फल । चिरपाकी । ग्रंथिफल । कुचफल । कपिष्ठ । गंधफल । दंतफल । करवल्लभ । कठिन्यफल । करंजफलक ।