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कोङ्कण

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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कोंकण संज्ञा पुं॰ [सं॰ कोङ्कण] दक्षिण भारत का एक प्रदेश, जिसके अतर्गत कनारा, रत्नगिरि, कोलाबा, बंबई और थाना आदि हैं । विशेष— प्राचीन काल में केरल, तुलव, सौराष्ट्र कोंकण, करहाट, कर्णाट और बर्बर मिलकर सप्तकोंकण कहलाते थे ।

२. उक्त देश का निवासी ।

३. एक प्रकार का शस्त्र (को॰) ।

कोंकण संज्ञा पुं॰ [सं॰ कौंङ्कण ] दै॰ 'कौंक' [को॰] ।