कोठारी संज्ञा पुं॰ [हिं॰ कोठार+ई (प्रत्य॰)] वह अधिकारी जो भंडार का प्रबंध करता और उसके लिये पदार्थ आदि का संग्रह करता हो । भंडारी । उ॰—करिंदे कौच कोठारी । खरीदे माल सब झारी ।—संत तुरसी॰, पृ॰ ६६ ।