कोशल

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

कोशल संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. सरयू या घाघरा नदी के दोनों तटों पर का देश । विशेष—उत्तर तटवाले को उत्तर कोशल और तटवाले कों दक्षिण कोशल कहते हैं । किसी पुराण में इस देश के पाँच खंड और किसी में सात खंड बतलाए गए हैं । प्राचीन काल में इस देश की राजधानी । अयोध्या थी ।

२. उपर्युक्त देश में बसनेवाली क्षत्रिय जाति ।

३. अयोध्या नगर ।

४. एक राग जिसमें गांधार और धैवत तो कोमल और शेष सब शुद्ध स्वर लगते हैं ।