कोसी

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

कोसी ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ कौशिकी] एक नदी जो नेपाल के पहाड़ों से निकलकर चंपारन के पास पास गंगा में मिलती है । विशेष—इसका बहाव बहुत तेज है । रामायण में लिखा है कि विश्वमित्र की बहन सत्यवती (दूसरा नाम कौशिकी) जब अपने पति के साथ स्वर्ग चली गई, तब इस नदी की उत्पत्ति हुई थी । एक मास तक इसके किनारे पर रहने से एक अश्वमेध यज्ञ का फल होता है ।

कोसी ^२ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ कोंशिका] अनाज के वे दाने जो दायने के बाद बाल या फली में लगे रह जाते हैं । गूड़ी । चँचरी । विशेष—इस शब्द का प्रयोग प्रायः जुआर या मूँग के लिये ही होता है ।