क्रंदन

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

क्रंदन संज्ञा पुं॰ [सं॰ क्रन्दन]

१. रोना । विलाप ।

२. युद्ध के समय बीरों का आह्वान ।

३. गर्जन ।उ॰—प्यारी अंक दूरी रही ऐसैं, जैसे केहरि क्रंदन सुनी मृगछौनी ।—नंद॰, ग्रं॰, पृ॰ ३७३ ।

४. माजीर । विडाल ।