क्रमण

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

क्रमण संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. पैर । पाँव ।

२. पारे के अठारह संस्कारों में से एक ।

३. घोडा । अश्व (को॰) ।

४. उल्लंघन (को॰) ।

५. पग रखना । कदम रखना (को॰) ।