क्रान्त

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

क्रांत ^१ वि॰ [सं॰ क्रान्त]

१. जिसे कोई वस्तु ऊपर से आकार छेंके हो । जिसे कोई वस्तु ऊपर से छोपे हो । दबा या ढका हुआ ।

२. जुसपर आक्रमण हुआ हो । ग्रस्त । उ॰—महाबली विक्रम विक्रांत क्रांत मंदर गिरि कीन्हे ।—रघुराज (शब्द॰) । यौ॰—भाराक्रांत । क्रि॰ प्र॰—करना ।—होना ।

३. आगे बढा हुआ । अतीत । यौ॰—सीमाक्रांत । क्रि॰ प्र॰—करना ।—होना ।

४. गत । गया हुआ (को॰) ।

क्रांत ^२ संज्ञा पुं॰

१. घोडा ।

२. पैर ।

३. कदम । डग (को॰) ।

४. जाना । गमन । चलना (को॰) ।

५. किसी ग्रह के साथ चंद्र का योग होना (को॰) ।