क्रीत
दिखावट
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]क्रीत ^१ वि॰ [सं॰] क्रय किया हुआ । खरीदा या मोल लिय हुआ ।
क्रीत ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. मनु के अनुसार बारह प्रकार के पुत्रों में से एक जो मोल लिया गया हो । क्रीतक ।
२. पंद्रह प्रकार के दासों में से एक जो मोल लिया गया हो ।
क्रीत ^३पु † संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ कीर्ति] यश । कीर्ति । सुनाम । उ॰— महाराज मोता कहुँ क्रीतां सुणे नीतां सुर ।—रघु॰ रु॰, पृ॰ १४५ ।