क्रेडिट

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

क्रेडिट संज्ञा पुं॰ [अं॰] बाजार में वह मान मर्यादा जिसके कारण मनुष्य लेना देन कर सकता हो । साख । जैसे,—बाजार में अब उनका कोइ क्रेडिट नहीं रहा, अब वे एक पैसे का भी माल नहीं ले सकते ।