क्लोरोफार्म

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

क्लोरोफार्म संज्ञा पुं॰ [अं॰ क्लोरोफाँर्म] एक प्रसिद्ध तरल ओषधि जिसमें एक विचित्र मीठी गंध होती है । विशेष—इसका मुख्य उपयोग ऐसे रोगियों को अचेत करने के लिये होता है, जिनके शरीर पर भारी अस्त्रचिकित्सा या इसी प्रकार की शरीर को बहुत अधिक वेदना पहुँचानेवाली कोई और चिकित्सा की जाती है । इसे सुँ धते ही पहले कुछ हलका सा नशा होता है और थोड़ी देर में मनुष्य बिलकुल अचेत हो जाता है और गाढ़ी निद्रा में सोया हुआ मालुम होता है । यदि मात्रा अधिक हो जाय, तो मनुष्य मर भी सकता है । यह देखने में स्वच्छ जल की तरह और भारी होता है और यदि खुला छोड़ दिया जाय, तो शीघ्र उड़ जाता है । इसका स्वाद बहुत मीठा और भला मालुम होता है । खुल स्थान या प्रकाश में रखने से इसमें विकार उत्पन्न हो जाता है । मुहा॰—क्लोरफार्म देना=क्लोरोफार्म सुँधना ।