क्षयमास

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

क्षयमास संज्ञा पुं॰ [सं॰] वह चाँद्र मास जिसमें दो संक्रांतियाँ पड़ती हैं । यह मास ३४१ वर्षों के पश्चात आता है । कभी कभी यह उन्नीसवें वर्ष भी पड़ता है [को॰] ।