क्षितिज
दिखावट
संज्ञा
- आसमान और जमीन जहाँ मिलता हुआ दिखाई देता है।
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
क्षितिज संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. मंगल ग्रह ।
२. नरकासुर ।
३. केंचुआ ।
४. वृक्ष । पेड़ ।
५. खगोल में वह तिर्यग् वृत जिसकी दूरी आकाश के मध्य से ९० अंश हो । ऊँचे स्थान पर खडे़ होकर देखने से चारों ओर दिखाई पड़ता हुआ वह वृत्ताकार स्थान जहाँ आकाश और पृथ्वी दोनों मिले जान पड़ते हैं ।