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क्षितिज

विक्षनरी से

संज्ञा

  1. आसमान और जमीन जहाँ मिलता हुआ दिखाई देता है।

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

क्षितिज संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. मंगल ग्रह ।

२. नरकासुर ।

३. केंचुआ ।

४. वृक्ष । पेड़ ।

५. खगोल में वह तिर्यग् वृत जिसकी दूरी आकाश के मध्य से ९० अंश हो । ऊँचे स्थान पर खडे़ होकर देखने से चारों ओर दिखाई पड़ता हुआ वह वृत्ताकार स्थान जहाँ आकाश और पृथ्वी दोनों मिले जान पड़ते हैं ।