क्षिप्र
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]क्षिप्र ^१ क्रि॰ वि॰ [सं॰]
१. शीघ्र । जल्दी ।
२. तत्क्षण । तुरंत ।
क्षिप्र ^२ वि॰ [सं॰]
१. तेज । जल्द । जैसे—क्षिप्रहस्त, क्षिप्रहोम ।
२. चंचल ।
क्षिप्र ^३ संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. सुश्रुत के अनुसार शरीर के एक सौ सात मर्म स्थानों में से एक, जो अँगूठे और दूसरी उँगली के बीच में है ।
२. एक मुहूर्त का पंद्रहवाँ भाग ।