क्षीरघृत

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

क्षीरघृत संज्ञा पुं॰ [सं॰] वह मक्खन जो दूध को मथकर निकाला गया हो । सुश्रुत के अनुसार यह मलरोधक, मूर्च्छा दूर करने— वाला और नेत्रों को हितकारी होता है ।