क्षुत् संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] १. छींक । २. भूख । क्षुधा । यौ॰—क्षुत्क्षाम = भूख से कृश । क्षुप्तिपासा = भूख प्यास । उ॰— भाव मन की वेगयुक्त अवस्था विशेष है, वह क्षुत्पिपासा, काम वेग आदि शरीर वेगों से भिन्न है ।—रस॰, पृ॰ १६४ ।