क्षेत्री
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
क्षेत्री संज्ञा पुं॰ [सं॰ क्षेत्रिन्]
१. खेत का मालिक ।
२. नियुक्ता स्त्री का विवाहित पति । नाममात्र का पति । उ॰—जब इस गर्भवती के लेने से मुझे क्षेत्री कहलाने का डर है तो क्योंकर इसे स्वीकार कर सकता हूँ ।—शकुंतला, पृ॰ ९२ ।
३. स्वामी ।
४. आत्मा (को॰) ।
५. परमात्मा (को॰) ।
६. असाध्य वा कठिन रोग (को॰) ।