क्षेपणी संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] १. एक प्रकार का अस्त्र जो शत्रु पर फेंका जाता है । २. नाव का डाँड़ । बल्ली । उ॰—अपनी इस नौका में मैं ही हूँ एकाकी, मेरे हाथों में है क्षेपणियाँ दुबिधा की ।— अपलक, पृ॰ ९८ । ३. मछली फँसने का जाल (को॰) ।