खउ

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

खउ संज्ञा पुं॰ [देश॰] बरमा, स्याम और मनीपुर के जगलों में होने वाला एक बड़ा पेड़, जिसकी लकड़ी बहुत अच्छी होती है । विशेष—इस पेड़ का रस बनी बनाई वारनिश का काम देता है । जुलाई से अक्टुबर तक इसके पेड़ों से जो रस निकाला जाता है, वह उत्तम समझा जाता है ।