खजीना

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

खजीना संज्ञा पुं॰ [फा॰ खजीनह] खजाना । उ॰—कायर भागा पीठ दै, सूर रहा रन माहिं । पट लिखाया गुरू पै खरा खाजीना खाहि ।—कबीर सा॰ सं॰, पृ॰ २९ ।