खजीना संज्ञा पुं॰ [फा॰ खजीनह] खजाना । उ॰—कायर भागा पीठ दै, सूर रहा रन माहिं । पट लिखाया गुरू पै खरा खाजीना खाहि ।—कबीर सा॰ सं॰, पृ॰ २९ ।