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खण्डन

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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खंडन संज्ञा पुं॰ [सं॰ खण्डन] [वि॰ खंडनीय खंडित, खंड़ी]

१. तोड़ने फोड़ने की क्रिया ।

२. भजंन छेदन ।

३. किसी बात को अयथार्थ प्रमाणित करने की क्रिया । किसी सिद्धांत को प्रमाणों द्वारा असंगत ठहराने का कार्य । निराकरण । मंडन का उलटा । जैसे—उसने इस सिद्धांत का खुब खंडन किया है ।

४. नृत्य में मुँह या ओठ इस प्रकार चलाना जिसमें पढ़ने, बड़बड़ाने या खाने आदि का भाव झलके ।

५. निराश करना । हताश करना (को॰) ।

६. धोखा देना । वंचना (को॰) ।

७. बाधा देना । रुकावट करना (को॰) ।

८. डिसमिस करना । बर्खास्त करना (को॰) ।

९. विद्रोह । विरोध (को॰) ।

१०. हटाना । दूर करना (को॰) ।

११. विनष्ट करना (को॰) ।

खंडन ^२ वि॰

१. तोड़ने, काटने या हिस्सा करनेवाला ।

२. विनाश करनेवाला । विध्वंस करनेवाला [को॰] ।