खयाल संज्ञा पुं॰ [अ॰ खयाल] दे॰ 'ख्याल' । उ॰— मैने छोटी बड़ ी भेड़ का खयाल नहीं किया, मेरा कुछ कसूर नहीं ।— भारतेंदु ग्रं॰, भा॰, १. पृ॰, ६६९ ।