खरका
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]खरका ^१ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ खर] खड़ा तिनका । मुहा॰— खरका करना = भोजन के उपरांत दाँतों में फैसे हुए अन्न आदि को तिनके से सोदकर निकालना ।
खरका ^२ संज्ञा पुं॰ [हिं॰] दे॰ 'खरक' ।
खरका ^३ संज्ञा पुं॰ [हिं॰] दे॰ 'खटका' । उ॰— (क) चीतल चीत हिरंन पाइ खरके भजि जंते । —पृ॰, रा॰, ६ । ९४ । (ख) कहै रनधीर भग जाय पात खरका ते ।—रघु॰ रू॰, पृ॰ २८४ ।