सामग्री पर जाएँ

खर्ची

विक्षनरी से


प्रकाशितकोशों से अर्थ

[सम्पादन]

शब्दसागर

[सम्पादन]

खर्ची संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ खर्च] वह धन जों वेश्या आदि को कुकर्म कराने के लिये मिले । कसब कारने का पुरस्कार । क्रि॰ प्र॰—कमाना । मुहा॰—खर्ची पर चलना या जाना = धन के लिये कुकर्म या प्रसग कराना ।

खर्ची ^२ वि॰ दे॰ 'खर्चिला' ।