खार
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]खार ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ क्षार, प्रा॰ खार]
१. दे॰ 'क्षार' ।
२. सज्जी ।
३. लोना । लोनी । कल्लर । रेह । क्रि॰ प्र॰—लगना । मुहा॰—खार लगना = छरछराना ।
४. धूल । भस्म । राख ।
५. एक प्रकार की झाड़ी जिससे खार निकलता है । विशेष—यह पंजाब में नमक के पहाड़ के आसपास तता पच्छिमी प्रांतो में होती है ।
खार ^२ संज्ञा पुं॰ [फा॰ खार]
१. काँटा । कंटक । फाँस ।
२. मुर्गे, तीतर आदि पक्षियों के पैर का काटा । खाँग ।
३. डाह । जलन । द्वेष । मुहा॰—खार खाना = डाह करना । जलना । खार गुजरना = बुरा लगना । खटकना । खार निकलना = डाह या द्वेष मिटना । खार निकालना = बदला लेना । डाह या जलन मिटाना ।