खिड़कना क्रि॰ अ॰ [हिं॰ खिसकना] चल देना । चला जाना । खिसक जाना । उ॰—क्षोभ भरी तिय को निरखि खिड़की सहचरि सोय ।—नंददास (शब्द॰) ।